Tuesday, November 28, 2017

अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते

  अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते
    तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते
    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते
    तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते
    कही दूर परियो की नगरी मैं चल कर
    मोहब्बत का एक आशियाना बनाते

    अगर आसमान तक मेरा हाथ जाते
    तो हम चाँदनी से राहे सजाते
    कही दूर परियो की नगरी मैं चल कर
    मोहब्बत का एक आशियाना बनाते
    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते
    तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते

    यहा पर वाहा पर बिखेरेंगे कालिया
    महकती रहेगी ये फूलो की गलिया
    यहा पर वाहा पर बिखेरेंगे कालिया
    महकती रहेगी ये फूलो की गलिया
    ये ज़िल मिल करेरी रेशमी से नज़ारे
    चलेंगे यहा धड़कनो के इशारे
    चलेंगे यहा धड़कनो के इशारे

    तो किरणों का आँगन मैं पेहरा बिठाते
    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते

    यहा सिर्फ़ बरसे वाफाओ के बदल
    भिगो के हम को ये कर देंगे पागल
    यहा सिर्फ़ बरसे वाफाओ के बदल
    भिगो के हम को ये कर देंगे पागल

    यहा हम बहारो की चादर बिछाए
    मोहब्बत की खुशबू यहा पर लुटाए
    मोहब्बत की खुसबू यहा पर लुटाए
    खुशियो के पंछी यहा हम उड़ते
    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते

    कही दूर परियो की नगरी मैं चल कर
    मोहब्बत का एक आशियाना बनाते
    अगर आसमान तक मेरा हाथ जाते
    तो हम चाँदनी से राहे सजाते
    तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते
    तो हम चाँदनी से राहे सजाते
   तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते।

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