Tuesday, November 28, 2017

ठहरे हुए पानी मे कंकर न मार सांवरे



ठहरे हुए पानी मे कंकर मार सांवरे  मन  मे हलचल सी मच जायेगी बांवरे..
ठहरे हुए पानी मे कंकर मार

तेरे लिए हु मै अनजानी
मेरे लिए है तू बेगाना
बेगाने ने अनजानी का
दर्द भला कैसा पहचाना
जो इस दुनिया ने जाना
ठहरे हुए पानी मे कंकर मार सांवरे
मन मे हलचल सी मच जायेगी बांवरे
ठहरे हुए पानी में

सब फूलो के है दीवाने
काटो से दिल कौन लगाये
भोले राही मै हु काटा
क्यो अपना दामन उलझाए
रब तुझको काटो से बचाए
ठहरे हुए पानी मे कंकर मार सांवरे
मन मे हलचल सी मच जायेगी बांवरे
ठहरे हुए पानी में

तिम्ही बताओ कैसे बसेगी
दिल के अरमानो की बस्ती
ख्वाब अधूरे रह जायेंगे
मिट जायेगी इनकी हस्ती
चलती नही है रेट पे कश्ती
ठहरे हुए पानी मे कंकर मार सांवरे मनन मे हलचल सी मच जायेगी बांवरे..
ठहरे हुए पानी में

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