Tuesday, August 7, 2018

आओ तुम्हे चाँद पे ले जाए, प्यार भरे सपने सजाए


आओ तुम्हे चाँद पे ले जाए, प्यार भरे सपने सजाए
छोटासा बंगला बनाए, एक नयी दुनिया बसाए

प्यार की है दुनियाँ, दूर आसमां पे
मिलके ना बिछड़े कोई वहाँ पे
ऐसी भी एक डगर है, ऐसा भी एक नगर है

ग़म जहाँ सोए और खुशी जागे
आस की है मंज़िल, तारों से आगे
दिल वहा रोते नही हैं, आँसू तो होते नही हैं


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