Tuesday, August 7, 2018

मेरा मन भुला भुला काहे डोले

मेरा मन भुला भुला काहे डोले
प्रभु संग प्रीत लगा ले
प्रभु बिन कौन सम्भाले
जीवन की ये छोटी सी नैय्या
कर दे राम हवाले
जीवन एक बार मिली है
ये फूल एक बार खिले है
जो पल जाये फिर न आये
काहे जनम गँवाये रे
हरि का नाम ध्या ले
जीवन की ये छोटी सी नैय्या
कर दे राम हवाले
ये सूरज चाँद तारे
ये रंग रंगीले पंख पखेरु प्यारे प्यारे
रंग रंगीले पंख पखेरु उड़े सारे प्यारे प्यारे
ये सूरज चाँद तारे
जगत के ये नर नारी
प्रभु की हैं महिमा सारी
सब को वो चाहे सब में समाये
फिर भी नज़र न आये
प्रभु के खेल निराले
जीवन की ये छोटी सी नैय्या
कर दे राम हवाले

No comments:

Post a Comment

अब लौं नसानी, अब न नसैहों।

अब लौं नसानी, अब न नसैहों। रामकृपा भव-निसा सिरानी जागे फिर न डसैहौं॥ पायो नाम चारु चिंतामनि उर करतें न खसैहौं। स्याम रूप सुचि रुचिर कस...