Wednesday, September 20, 2017

ये तन मुड्ना रे मुड्ना

yeh tanu mundana be mundana
aakhir matti mein mil jana

matti kahe kumhar ko be tu kyu khode mujhko
koi bakht aisa aavega ki main gadhungi tujhko

lakdi kahe sutar ko be tu kyu chhede mujhko
koi bakht yu aavega ki mai jalau tujhko

kahat kabira sun bhai saadho
dena nahi tha lena
bhav bhagat se paar utaro
ram naam jap kar karna 

ये आँसू मेरे दिल की ज़ुबान है

ये आँसू मेरे दिल की ज़ुबान है
मैं रोऊँ तो रो दे आँसू
मैं हँस दूँ तो हँस दे आँसू
ये आँसू मेरे...

आँख से टपकी जो चिंगारी, हर आँसू में छबि तुम्हारी
चीर के मेरे दिल को देखो, बहते लहू में प्रीत तुम्हारी
ये जीवन जैसे सुलगा तूफान है
ये आँसू मेरे दिल की...

जीवन पथ पर जीवन साथी, साथ चले हो मुँह ना मोड़ो
दर्द-ओ-गम के दोराहे पर, मुझको तड़पता यूँ ना छोड़ो
ये नग्मा मेरे गम का बयान है
ये आँसू मेरे दिल की...

माझी नैया ढूंढे किनारा

माझी नैया ढूंढे किनारा 
ओ माझी नैया ढूंढे किनारा 
किसी ना किसी की खोज मे है ये जग सारा 
माझी नैया... 
कभी ना कभी तो समझोगे तुम ये इशारा 
माझी नैया... 

आईसी कोई मौज नही जिसको कोई खोज नही 
कोई ना कोई तो हर किसी को लगता है प्यारा 
माझी नैया... 

जीवन पथ पर चलते हुए इक दिन थक कर चलते हुए 
कही ना कही तो थाम लूगा आंचल तुम्हारा 
माझी नैया... 

जैसे सीता-राम मिले जैसे राधा-श्याम मिले 
कभी ना कभी तो मिलन होगा तुमसे हमारा 
माझी नैया...

हुस्न-ए-जाना इधर आ, आईना हू मै तेरा

हुस्न-ए-जाना इधर आ, आईना हू मै तेरा
मई सवारुन्गा तुजे, सारे गम दे दे मुजे
भीगी पलके ना जूका, आईना हू मै तेरा

कितने ही दाग उठाए तूने
मेरे दिनरात सजाये तूने
चूम लू आ मै तेरी पलको को
दे दू ये उम्र तेरी जुल्फो को
ले के आखो के दिए, मुस्कुरा मेरे लिए
मेरी तसवीर-ए-वफ़ा, आईना हू मै तेरा

तेरी चाहत है इबादत मेरी
देखता रहता हू सूरत तेरी
घर तेरे दम से है मंदिर मेरा
तू है देवी, मै पुजारी तेरा
सजदे सौ बार करू, आ तुजे प्यार करू
मेरी आगोश मे आ, आईना हू मै तेरा

छोटी सी ये दुनिया, पहचाने रस्तें हैं

छोटी सी ये दुनिया, पहचाने रस्तें हैं 
तुम कभी तो मिलोगे, कहीं तो मिलोगे तो पूछेंगे हाल 
छोटी सी ...

हम तो ये समझेंगे हमने एक पत्थर को पूजा 
लेकिन तुमको अपने जैसा नहीं मिलेगे दूजा, नहीं मिलेगा दूजा 
छोटी सी ये दुनिया ...

सीखा नहीं हमारे दिल ने प्यार में धीरज खोना 
आग में जल के भी जो निखारे, है वोही सच्चा सोना, है वोही सच्चा सोना 
छोटी सी ये दुनिया ...

दिल की दौलत मत ठुकराओ, देखो पछताओगे
आज चले जाते हो जैसे, लौट के भी आओगे, लौट के भी आओगे 
छोटी सी ये दुनिया ...

आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं

आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं
मेरा सूना पड़ा रे संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं

बरसे गगन मेरे बरसे नयन देखो तरसे है मन अब तो आजा
शीतल पवन ये लगाए अगन
ओ सजन अब तो मुखड़ा दिखा जा
तूने भली रे निभाई प्रीत
तूने भली रे निभाई प्रीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं
आ लौट...

एक पल है हँसना एक पल है रोना कैसा है जीवन का खेला
एक पल है मिलना एक पल बिछड़ना
दुनिया है दो दिन का मेला
ये घड़ी न जाए बीत
ये घड़ी न जाए बीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं
आ लौट...

दुनिया बनाने वाले, क्या तेरे मन में समाई

(दुनिया बनाने वाले,  क्या तेरे मन में समाई 
काहेको दुनिया बनाई, तूने काहेको दुनिया बनाई )  \- २

काहे बनाए तूने माटी के पुतले,
धरती ये प्यारी प्यारी मुखड़े ये उजले
काहे बनाया तूने दुनिया का खेला \- २
जिसमें लगाया जवानी का मेला
गुप\-चुप तमाशा देखे, वाह रे तेरी खुदाई
काहेको दुनिया बनाई, तूने काहेको दुनिया बनाई  ...

तू भी तो तड़पा होगा मन को बनाकर,
तूफ़ां ये प्यार का मन में छुपाकर
कोई छवि तो होगी आँखों में तेरी  \- २
आँसू भी छलके होंगे पलकों से तेरी
बोल क्या सूझी तुझको, काहेको प्रीत जगाई
काहेको दुनिया बनाई, तूने काहेको दुनिया बनाई  ...

प्रीत बनाके तूने जीना सिखाया, हंसना सिखाया,
रोना सिखाया
जीवन के पथ पर मीत मिलाए  \- २
मीत मिलाके तूने सपने जगाए
सपने जगाके तूने, काहे को दे दी जुदाई
काहेको दुनिया बनाई, तूने काहेको दुनिया बनाई  ...

कहीं दूर जब दिन ढल जाए

कहीं दूर जब दिन ढल जाए 
साँझ की दुल्हन बदन चुराए 
चुपके से आए
मेरे ख़यालों के आँगन में 
कोई सपनों के दीप जलाए, दीप जलाए
कहीं दूर ...

कभी यूँहीं, जब हुईं, बोझल साँसें 
भर आई बैठे बैठे, जब यूँ ही आँखें 
तभी मचल के, प्यार से चल के
छुए कोई मुझे पर नज़र न आए, नज़र न आए
कहीं दूर ...

कहीं तो ये, दिल कभी, मिल नहीं पाते
कहीं से निकल आए, जनमों के नाते
घनी थी उलझन, बैरी अपना मन
अपना ही होके सहे दर्द पराये, दर्द पराये
कहीं दूर ...

दिल जाने, मेरे सारे, भेद ये गहरे
खो गए कैसे मेरे, सपने सुनहरे
ये मेरे सपने, यही तो हैं अपने
मुझसे जुदा न होंगे इनके ये साये, इनके ये साये
कहीं दूर ...

चाँद सी महबूबा हो मेरी कब ऐसा मैंने सोचा था

चाँद सी महबूबा हो मेरी कब ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो जैसा मैंने सोचा था

१) ना रस्में हैं ना कसमें हैं
ना शिकवे हैं ना वादे हैं
इक सूरत भोली भाली है
दो नैना सीधे सादे हैं \- २
ऐसा ही रूप खयालों में था
जैसा मैंने सोचा था, हाँ ...

२) मेरी खुशियाँ ही ना बाँटे
मेरे ग़म भी सहना चाहे
देखे ना ख्वाब वो महलों के
मेरे दिल में रहना चाहे
इस दुनिया में कौन था ऐसा
जैसा मैंने सोचा था, हाँ ...

ये आँसू मेरे दिल की ज़ुबान है

ये आँसू मेरे दिल की ज़ुबान है
मैं रोऊँ तो रो दे आँसू
मैं हँस दूँ तो हँस दे आँसू
ये आँसू मेरे…
आँख से टपकी जो चिंगारी, हर आँसू में छबि तुम्हारी
चीर के मेरे दिल को देखो, बहते लहू में प्रीत तुम्हारी
ये जीवन जैसे सुलगा तूफान है
ये आँसू मेरे दिल की…
जीवन पथ पर जीवन साथी, साथ चले हो मुँह ना मोड़ो
दर्द-ओ-गम के दोराहे पर, मुझको तड़पता यूँ ना छोड़ो
ये नग्मा मेरे गम का बयान है
ये आँसू मेरे दिल की…

Tuesday, September 19, 2017

जोगी मत जा पाँव पड़ूँ मैं तोरी

जोगी मत जा पाँव पड़ूँ मैं तोरी
मत जा मत जा मत जा जोगी
पाँव पड़ूँ मैं तोरी
प्रेम भक्ति को पंथ ही न्यारो
हम को ज्ञान बता जा
चंदन की मैं चिता रचाऊँ
अपने हाथ जला जा
मत जा मत जा मत जा जोगी ...
जल जल भई भस्म की ढेरी
अपने अंग लगा जा जोगी
मीरा के प्रभू गिरिधर नागर
ज्योत में ज्योत मिला जा जोगी
मत जा मत जा मत जा जोगी ...

सुनता है गुरु ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी

सुनता है गुरु ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी
गगन में आवाज हो रही झीनी-झीनी झीनी-झीनी
पहिले आए आए पहिले आए
नाद बिंदु से पीछे जमया पानी पानी हो जी
सब घट पूरण गुरु रह्या है
अलख पुरुष निर्बानी हो जी ll 1 ll
सुनता हैं गुरु ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी
गगन में आवाज हो रही झीनी-झीनी झीनी-झीनी
वहां से आया पता लिखाया
तृष्णा तूने बुझाई बुझाई..
अमृत छोड़सो विषय को धावे,
उलटी फाँस फंसानी हो जी ll 2 ll
सुनता हैं गुरु ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी
गगन में आवाज हो रही झीनी-झीनी झीनी-झीनी
गगन मंडलू में गौ
भोई से दही जमाया जमाया…
माखन माखन संतों ने खाया,
छाछ जगत बापरानी हो जी … ll 3 ll
सुनता हैं गुरु ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी
गगन में आवाज हो रही झीनी-झीनी झीनी-झीनी
बिन धरती एक मंडल दीसे,
बिन सरोवर जूँ पानी रे
गगन मंडलू में होए उजियाला,
बोल गुरु-मुख बानी हो जी ll 4 ll
सुनता हैं गुरु ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी
गगन में आवाज हो रही झीनी-झीनी झीनी-झीनी
ओऽहं सोऽहं बाजा बाजे,
त्रिकुटी धाम सुहानी रे
इडा पिंगला सुषुमना नारी,
सून ध्वजा फहरानी हो जी ll 5 ll
सुनता हैं गुरु ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी
गगन में आवाज हो रही झीनी-झीनी झीनी-झीनी
कहत कबीरा सुनो भई साधो,
जाय अगम की बानी रे..
दिन भर रे जो नज़र भर देखे,
अजर अमर वो निशानी हो जी … ll 6 ll
सुनता हैं गुरु ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी ज्ञानी
गगन में आवाज हो रही झीनी-झीनी झीनी-झीनी

जो भजे हरि को सदा

jo bhaje hari ko sada
soyi param pad paayega
deh ke mala tilak aur
haath nahi kuch kaam denge
prem bhakti ke bina nahi
nath ke man bhayega

dil ke darpan ko safa kar
door kar abhiman ko
khak ho guru ke kadam ki
to prabhu mil jayega

chodd duniya ke maje sab
baith kar ekant mein
dhyan dhar hari ka charan ka
phir janam nahi aayega

dridh barosa man mein karke
jo jape hari naam ko
kehta hai Brahmanand
bheetar payega

काया नहि तेरि नहिं तेरि

Kaya nahi teri nahi teri

Lyrics-
kaya nahin teri nahin teri 
mat kar meri meri 
yeto do din ki zindgani
jaisa patthar upar paani
yeto hovegi phulvari
jaisa rang tarang milave
yeh to palak bichhe ur jaave
ante koi kaam nahi aave
sun baat kahun parmani
waha ki kya karta gumani 
tumko badi hai bemani 
kahat kabira sun nar gyani
yah seekhat jadabhimani 
tere ko baat kahi samjhani

Kaun milave mohe jogiya ho 
kaun milave mohe jogiya ho 
jogiya bin rahiyo na jaaye

Monday, September 18, 2017

वन पाखी : मन फूला फूला फिरे जगत् में, कैसा नाता रे।

वन पाखी : मन फूला फूला फिरे जगत् में, कैसा नाता रे।: मन फूला फूला फिरे जगत् में, कैसा नाता रे। माता कहै यह पुत्र हमारा, बहन कहे बीर मेरा। भाई कहै यह भुजा हमारी, नारि कहे नर मेरा।। जगत में कैसा...

मन लागो मेरो यार फकीरी में

मन लागो मेरो यार फकीरी में॥
जो सुख पावो राम भजन में, सो सुख नाही अमीरी में ।
भला बुरा सब को सुन लीजै, कर गुजरान गरीबी में ॥
मन लागो मेरो यार फकीरी में ॥
प्रेम नगर में रहिनी हमारी, भलि बलि आई सबूरी में ।
हाथ में कूंडी, बगल में सोटा, चारो दिशा जगीरी में ॥
मन लागो मेरो यार फकीरी में ॥
आखिर यह तन ख़ाक मिलेगा, कहाँ फिरत मगरूरी में ।
कहत कबीर सुनो भाई साधो, साहिब मिलै सबूरी में ॥
मन लागो मेरो यार फकीरी में ॥

मन फूला फूला फिरे जगत् में, कैसा नाता रे।

मन फूला फूला फिरे जगत् में, कैसा नाता रे।

माता कहै यह पुत्र हमारा, बहन कहे बीर मेरा।
भाई कहै यह भुजा हमारी, नारि कहे नर मेरा।।
जगत में कैसा नाता रे ।।

पैर पकरि के माता रोवे, बांह पकरि के भाई।
लपटि झपटि के तिरिया रोवे, हंस अकेला जाई।।
जगत में कैसा नाता रे ।।

चार जणा मिल गजी बनाई, चढ़ा काठ की घोड़ी ।
चार कोने आग लगाया, फूंक दियो जस होरी।। 
जगत में कैसा नाता रे ।।

हाड़ जरे जस लाकड़ी, केस जरे जस घासा।
सोना ऐसी काया जरि गई, कोइ न आयो पासा।।
जगत में कैसा नाता रे ।।

घर की तिरया देखण लागी ढूंढत फिर चहुँ देशा 
कहे कबीर सुनो भई साधु, एक नाम की आसा।।
जगत में कैसा नाता रे ।।

पागल कहेला ना रे लोगवा पगल कहेला ना

पागल कहेला ना रे लोगवा पगल कहेला ना
हम ता नैहर के बनि रसिलि कि लोगवा पागल कहेला ना

बारह गज के चोलि सिलवइनी, साठ गज के साडी.
तापर लोगवा मुड मुड देखे , जैसे बदन उघारि   कि लोगवा पागल कहेला ना

डोलिये में आइनि डोलिये मेंं गइनि, डोलिये मे रह गइले पेट
सासु जे से कभी नाहिं बोलनी, बलमा से ना कभी भेट कि लोगवा पागल कहेला ना

कहत कबिर सुनो भाई साधो ,ये पद है निरबानि
जे येहि पद के अर्थ लगावे,वोहि पुरुश है ग्यानि........

जब कोई बात बिगड़ जाये

जब कोई बात बिगड़ जाये 
जब कोई मुश्किल पड जाये 
तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा 

 ना कोई है, ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा 
तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा 

हो चांदनी जब तक रात देता है 
हर कोई साथ तुम मगर अंधेरो में ना छोड़ना मेरा हाथ ] x 2 

जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा ना कोई है, ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा [वफादारी की वो रस्में, निभायेंगे हम तुम कस्में एक भी सांस जिन्दगी की जब तक हो अपने बस में ] x 2 [जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा] x 2 ना कोई है, ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा दिल को मेरे हुआ यकीं हम पहले भी मिले कही सिलसिला ये सदियों का कोई आज की बात नहीं [जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा ] x 2 ना कोई है, ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवा

हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी

हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समाँ कल हो न हो

चाहे जो तुम्हें पूरे दिल से
मिलता है वो मुश्किल से
ऐसा जो कोई कहीं है
बस वो ही सबसे हसीं है
उस हाथ को तुम थाम लो
वो मेहरबाँ कल हो न हो
हर पल यहाँ...

पलकों के ले के साये
पास कोई जो आये
लाख सम्भालो पागल दिल को
दिल धड़के ही जाये
पर सोच लो इस पल है जो
वो दास्ताँ कल हो न हो
हर घड़ी बदल रही है...

तुम ही देखो ना ये क्या हो गया

तुम ही देखो ना ये क्या हो गया 

तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
मैं हैरान हूँ तुम्हे क्या कहूँ
के दिन में हुई कैसे चाँदनी
जागी जागी सी है, फिर भी ख्वाबों में है
खोयी खोयी जिंदगी
बहेके बहके से मन, महके महके से तन
उजली उजली फिजाओं में है
आज हम हैं जहाँ कितनी रंगिनियाँ
छलकी छलकी निगाहों में है
नीली नीली घटाओं से है छन रहीं
हल्की हल्की रोशनी
मैं तो अन्जान थी, यूँ भी होगा कभी
प्यार बरसेगा यूँ टूट के
सच ये इकरार है, सच यही प्यार है
बाकी बंधन है सब झूठ के
मेरे साँसों में है घूल रही प्यार की
धीमी धीमी रागिनी



Tumhi Dekho Na is a song that I love simply because of its uniqueness. Written for forbidden love by Javed Akhtar, this song is truly beautiful when it talks about one finding love where they didn’t expect to find it.
The song talks about the perception to life that love brings and how it changes mundane life to one filled with splendor. For me this song has to be one of the best written romantic songs ever. To add to the feel of the song, the video is really well made. It has protagonists singing at busy places while being surrounded by people who walk on by going about their daily business. The sereneness of the video is very akin to the tranquility of being in love
Lyrics: Javed Akhtar
Album: Kabhi Alvida Naa Kehna
Music: Shankar Ehsaan Loy
Vocals: Sonu nigam & Alka yagnik
Here is my translation of the beautiful song:
Tumhi dekho na, yeh kya ho gaya
Tumhara hoon mein aur tum meri
Main hairaan hoon, tumhe kya kahoon
Ke din mein hui kaisi chandni
Jaagi jaagi si hai, phir bhi khwaabon mein hai khoi khoi zindagi
Tumhi dekho na yeh kya ho gaya
Tumhara hoon mein aur tum meri
Now look what has happened,
I am yours and you have become mine
I am astonished, I don’t know what to tell you
How did the Moon Light appear in the daytime?
Life seems to be awake and yet seems lost in a world of dreams
Behke behke se mann, mehke mehke sitam
Ujli ujli fizaaon mein hai
Aaj hum hai jahan, kitni rangeeliyan
Chalki chalki nigaahon mein hai
Neeli neeli ghataaon se hai cham rahi
Halki halki, roshni
Tumhi dekho na yeh kya ho gaya
Tumhara hoon mein aur tum meri
The mind is intoxicated with the fragrance of love
Lost and confused in the beautiful aura
This place we are at, is filled with color
Which fills our eyes
Scattered through blue clouds,
Is a soft light
Now look what has happened,
I am yours and you have become mine
Mein toh anjaan thi, yun bhi hoga kabhi
Pyaar barsega yun toot ke
Sach yeh ikraar hai, sach yahi pyar hai
Baaki bandhan hai sab jhoot ke
Meri saanson mein hai gul rahi pyaar ki dheemi dheemi ragini
Tumhi dekho na yeh kya ho gaya
Tumhara hoon mein aur tum meri
I was unaware that such things could happen
That love would rain down on me, this way
This proposal is true, this love is whats true
Every other bond is false
A slow love filled tune mingles with my breath
Now look what has happened,
I am yours and you have become mine

चार दिनों दा प्यार हो रब्बा बड़ी लम्बी जुदाई

बिछड़े अभी तो हम बस कल परसों जिऊंगा मैं कैसे इस हाल में बरसों मौत ना आई तेरी याद, क्यों आई हाय, लम्बी जुदाई चार दिनों दा प्यार हो रब्बा बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई चार दिनों दा प्यार हो रब्बा बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई एक तो सजन मेरे पास नहीं रे दूजे मिलन दी कोई आस नहीं रे दूजे मिलन दी कोई आस नहीं रे उसपे ये सावन आया उसपे ये सावन आया आग लगायी हाय लम्बी जुदाई चार दिनों दा प्यार हो रब्बा बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई होंठों पे आये मेरी जान दुहाई हाय लम्बी जुदाई चार दिनों का प्यार हो रब्बा बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई

ओ री चिरैया नन्ही सी चिड़िया

ओ री चिरैया नन्ही सी चिड़िया अंगना में फिर आजा रे 
ओ री चिरैया नन्ही सी चिड़िया अंगना में फिर आजा रे
अंधियारा है घना और लहू से सना 
किरणों के तिनके अम्बर से चुन्न के 
अंगना में फिर आजा रे 
हमने तुझपे हज़ारों सितम हैं किये 
हमने तुझपे जहां भर के ज़ुल्म किये 
हमने सोचा नहीं तू जो उड़ जायेगी 
ये ज़मीन तेरे बिन सूनी रह जायेगी 
किसके दम पे सजेगा अंगना मेरा 
ओ री चिरैया, मेरी चिरैया अंगना में फिर आजा रे 
तेरे पलकों में सारे सितारे जंडू तेरी 
चुनर सतरंगी बनूं तेरी काजल में मैं काली रैना भरूं 
तेरी मेहंदी में मैं कच्ची धूप मलू 
तेरे नैनों सज़ा दूं नया सपना 
ओ री चिरैया अंगना में फिर आजा रे 
ओ री चिरैया नन्ही सी चिड़िया अंगना में फिर आजा रे ओ री चिरैया …

अब लौं नसानी, अब न नसैहों।

अब लौं नसानी, अब न नसैहों। रामकृपा भव-निसा सिरानी जागे फिर न डसैहौं॥ पायो नाम चारु चिंतामनि उर करतें न खसैहौं। स्याम रूप सुचि रुचिर कस...