Tuesday, August 7, 2018

आओ तुम्हे चाँद पे ले जाए, प्यार भरे सपने सजाए


आओ तुम्हे चाँद पे ले जाए, प्यार भरे सपने सजाए
छोटासा बंगला बनाए, एक नयी दुनिया बसाए

प्यार की है दुनियाँ, दूर आसमां पे
मिलके ना बिछड़े कोई वहाँ पे
ऐसी भी एक डगर है, ऐसा भी एक नगर है

ग़म जहाँ सोए और खुशी जागे
आस की है मंज़िल, तारों से आगे
दिल वहा रोते नही हैं, आँसू तो होते नही हैं


तुझे सूरज कहूँ या चंदा, तुझे दीप कहूँ या तारा


तुझे सूरज कहूँ या चंदा, तुझे दीप कहूँ या तारा
मेरा नाम करेगा रोशन जग में मेरा राज दुलारा

मैं कब से तरस रहा था, मेरे आँगन में कोई खेले    
नन्ही सी हँसी के बदले, मेरी सारी दुनिया ले ले
तेरे संग झूल रहा है मेरी बाहों में जग सारा

आज उंगली थाम के तेरी, तुझे मैं चलना सिखलाऊँ
कल हाथ पकड़ना मेरा जब मैं बूढ़ा हो जाऊँ
तू मिला तो मैने पाया, जीने का नया सहारा

मेरे बाद भी इस दुनिया में, ज़िंदा मेरा नाम रहेगा
जो भी तुझ को देखेगा, तुझे मेरा लाल कहेगा
तेरे रूप में मिल जाएगा, मुझ को जीवन दोबारा

अंगुरी में डंसले बिया नगिनिया हे...


अंगुरी में डंसले बिया नगिनिया हे...

अंगुरी में डंसले बिया नगिनिया हे...
अंगुरी में डंसले बिया नगिनिया हे,
रे ननदी दियरा जराई द
दियरा जराई दे अपना भइया के जगा दे
नसे-नसे उठेला लहरिया हे, रे ननदी दियरा जराई द
एक त हम मुअनी रामा अपना दरद से
दोसरे इ रतिया अन्हरिया रे, हे ननदी दियरा जराई द
पटना सहरिया से बइदा बुलाई द-2
पोरे-पोरे उठेला दरदिया रे, हे ननदी दियरा जराई द
कहत महेंदर ननदी भइया के बोलाई द
उनही से उतरी इ लहरिया रे, हे ननदी दियरा जराई द
अंगुरी में डंसले बिया नगिनिया हे, रे ननदी दियरा...

सासु मोरा मारे रामा बांस के छिउंकिया

सासु मोरा मारे रामा बांस के छिउंकिया
ए ननदिया मोरी रे सुसुकत पनिया के जाय.
हाथवा में लिहली ननदो सोने के घरिलवा
ए ननदिया मोरी रे चलि भइली जमुना किनार
ग्ंागा रे जमुनवा के चिकनी डगरिया
ए ननदिया मोरी रे पउआं धरत बिछलाय
छोटे-मोटे पातर पियवा हंस के ना बोले
ए ननदिया मोरी रे से रहे पियवा कहीं चली जाय
छोटे मोटे जामुन गछिया फरेना फुलाय
ए ननदिया मोरी रे से हो गछिया सूखिया ना जाय
गावत महेंदर मिसिर इहो रे पुरूबिया
ए ननदिया मोरी रे पिया बिनु रहली ना जाय...

निमिया के डाढ़ मइया, लावेली हिंडोलवा कि झूली-झूमी


निमिया के डाढ़ मइया, लावेली हिंडोलवा कि झूली-झूमी
मइया मोरी गावेली गीत कि झूली-झूमी
झुलत-झुलत मइया के लगली पियसिया, कि चली भइली
मलहोरिया अवास कि चलि भइली
सूतल बाड़ू कि जागल ए मालिन, बून एक
मोहि के पनिया पियाव कि बून एक
कइसे में पनिया पियाईं ए सीतली मइया, मोरा गोदे
दीहल बलका तोहार कि मोरा गोदे
बलका सुताव मालिन, सोने के खटोलवा कि बून एक
मोहि के पनिया पियाव कि बून एक
एक हाथे लेली मालिन झंझरा तमरूआ कि दूजे हाथे
सिंघासन पाट कि दूजे हाथे
पनिया त पियलू मइया, पाटे चढ़ि बइठ कि बोल मइया
ई नगरिया कुलसात कि बोल मइया
सगरी नगरिया मालिन, खेम कुसलतिया कि भल मालिन
अब चाहींला तहार कि भल मालिन
जइसन ए मालिन, हमें जुड़ववलू कि ओइसन
तोहर धियवा जुड़ास कि ओइसन
धियवा त बाड़ी मइया, आपन ससुररिया, पतोहिया तोर
बाड़ी आपन नइहरवा पतोहिया तोर
धियवा जुड़ास मालिन, आपन ससुररिया, पतोहिया तोर
अपना नइहर जुड़ास, पतोहिया तोर...

पिंजरे के पंछी रे, तेरा दर्द ना जाने कोए


पिंजरे के पंछी रे, तेरा दर्द ना जाने कोए
कह ना सके तू, अपनी कहानी 
तेरी भी पंछी, क्या ज़िंदगानी रे 
विधि ने तेरी कथा लिखी आँसू में कलम डुबोए 
तेरा दर्द ना जाने कोए
चुपके चुपके, रोने वाले 
रखना छुपाके, दिल के छाले रे
ये पत्थर का देश हैं पगले, यहाँ कोई ना तेरा होय
तेरा दर्द ना जाने कोए

हमने जग की अजब तस्वीर देखी


हमने जग की अजब तस्वीर देखी 
एक हँसता है दस रोते हैं 
ये प्रभु की अद्भुत जागीर देखी 
एक हँसता है दस रोते हैं 

हमे हँसते मुखड़े चार मिले 
दुखियारे चेहरे हज़ार मिले 
यहाँ सुख से सौ गुनी पीड़ देखी 
एक हँसता है दस रोते हैं 
हमने जग की अजब तस्वीर देखी 
एक हँसता है दस रोते हैं 

दो एक सुखी यहाँ लाखों में 
आंसू है करोड़ों आँखों में 
हमने गिन गिन हर तकदीर देखी 
एक हँसता है दस रोते हैं 
हमने जग की अजब तस्वीर देखी 
एक हँसता है दस रोते हैं 

कुछ बोल प्रभु ये क्या माया 
तेरा खेल समझ में ना आया 
हमने देखे महल रे कुटीर देखी 
एक हँसता है दस रोते हैं 
हमने जग की अजब तस्वीर देखी 
एक हँसता है दस रोते हैं

मेरा मन भुला भुला काहे डोले

मेरा मन भुला भुला काहे डोले
प्रभु संग प्रीत लगा ले
प्रभु बिन कौन सम्भाले
जीवन की ये छोटी सी नैय्या
कर दे राम हवाले
जीवन एक बार मिली है
ये फूल एक बार खिले है
जो पल जाये फिर न आये
काहे जनम गँवाये रे
हरि का नाम ध्या ले
जीवन की ये छोटी सी नैय्या
कर दे राम हवाले
ये सूरज चाँद तारे
ये रंग रंगीले पंख पखेरु प्यारे प्यारे
रंग रंगीले पंख पखेरु उड़े सारे प्यारे प्यारे
ये सूरज चाँद तारे
जगत के ये नर नारी
प्रभु की हैं महिमा सारी
सब को वो चाहे सब में समाये
फिर भी नज़र न आये
प्रभु के खेल निराले
जीवन की ये छोटी सी नैय्या
कर दे राम हवाले

आ चल के तुझे, मैं ले के चलूं

आ चल के तुझे, मैं ले के चलूं
इक ऐसे गगन के तले
जहाँ ग़म भी न हो, आँसू भी न हो
बस प्यार ही प्यार पले
इक ऐसे गगन के तले
सूरज की पहली किरण से, आशा का सवेरा जागे – 2
चंदा की किरण से धुल कर, घनघोर अंधेरा भागे – 2
कभी धूप खिले कभी छाँव मिले
लम्बी सी डगर न खले
जहाँ ग़म भी नो हो, आँसू भी न हो…
जहाँ दूर नज़र दौड़ आए, आज़ाद गगन लहराए
जहाँ रंग बिरंगे पंछी, आशा का संदेसा लाएं – 2
सपनो मे पली हँसती हो कली
जहाँ शाम सुहानी ढले
जहाँ ग़म भी न हो, आँसू भी न हो…
आ चल के तुझे मैं ले के चलूं…

आदमी मुसाफिर है, आता है, जाता है

आदमी मुसाफिर है, आता है, जाता है
आते जाते रस्ते में, यादें छोड जाता है

झोंका हवा का, पानी का रेला
मेले में रह जाये जो अकेला
फिर वो अकेला ही रह जाता है
आदमी मुसाफिर है...

कब छोड़ता है, ये रोग जी को
दिल भूल जाता है जब किसी को
वो भूलकर भी याद आता है
आदमी मुसाफिर है...

क्या साथ लाये, क्या तोड़ आये
रस्ते में हम क्या-क्या छोड़ आये
मंजिल पे जा के याद आता है
आदमी मुसाफिर है...

जब डोलती है, जीवन की नैय्या
कोई तो बन जाता है खिवैय्या 
कोई किनारे पे ही डूब जाता है
आदमी मुसाफिर है...

कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या

कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या
कोई किसी का नहीं ये झूठे, नाते हैं नातों का क्या
कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या

होगा मसीहा ...
होगा मसीहा सामने तेरे
फिर भी न तू बच पायेगा
तेरा अपनाऽऽऽ आऽऽऽ 
तेर अपना खून ही आखिर 
तुझको आग लगायेगा
आसमान में ...
आसमान मे उड़ने वाले मिट्टी में मिल जायेगा
कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या

सुख में तेरे ...
सुख में तेरे साथ चलेंगे
दुख में सब मुख मोड़ेंगे
दुनिया वाले ...
दुनिया वाले तेरे बनकर
तेरा ही दिल तोड़ेंगे
देते हैं ...
देते हैं भगवान को धोखा, इनसां को क्या छोड़ेंगे
कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या



अल्लाह तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम

अल्लाह तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम
अल्लाह तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम
सबको सन्मति दे भगवान
सबको सन्मति दे भगवान
अल्लाह तेरो नाम …
इस धरती का रूप ना उजड़े
इस धरती का
रूप ना उजड़े
प्यार की ठंडी धूप ना उजड़े
प्यार की ठंडी
धूप ना उजड़े, सबको मिले, दाता
सबको मिले
सुख का वरदान
सबको सन्मति दे भगवान
अल्लाह तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम
माँगों का सिन्दूर ना छूटे
माँगों का
सिन्दूर ना छूटे
माँ बहनो की आस ना टूटे
माँ बहनो की
आस ना टूटे
देह बिना, दाता, देह बिना
भटके ना प्राण
सबको सन्मति दे भगवान
अल्लाह तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम,
ओ सारे जग के रखवाले
ओ सारे
जग के रखवाले
निर्बल को बल देने वाले
निर्बल को बल
देने वाले
बलवानो को, ओ, बलवानो को
देदे ज्ञान
सबको सन्मति दे भगवान
अल्लाह तेरो नाम
ईश्वर तेरो नाम
अल्लाह तेरो नाम
ईश्वर तेरो नाम
अल्लाह तेरो नाम

Friday, August 3, 2018

अब हम कइसे चली डगरिया लोगवा नजर लगावेला

हम त खेलत रहनी अम्माजी के गोदिया कर गइल तबहि बिआह रे बिदेसिया 
छवरे महिना कहिके गइले कलकतवा बीत गइल बारह बारिस रे बिदेसिया
अब त लगल मोरा सोरहवा साल लोगवा नजर लगावेला
अब हम कइसे चली डगरिया लोगवा नजर लगावेला 
पूरब देश गइल मोरे सइया बैठ गइल बिसराय
रैन अन्हरिया टिप टिप बरसे रिस रिस जिया रिसाय
घर घर सब बतियावेला
अब हम कइसे कही नगरिया लोगवा नजर लगावेला
अब हम कइसे चली डगरिया लोगवा नजर लगावेला
बाग़ बगइचा महुआ फुले अमवा जब मोजराय
पापी पपीहा बोलिया मारे जियरा मोरा जराय
मन मोरा डूबत जाला ला

चढ़ते फगुन जियरा जर गईले रे

चढ़ते फगुन जियरा जर गईले रे 
मोरा सजना सनेहिया बिसर गईले रे -२ 
चढ़ते फगुन जियरा जर गईले रे 
मोरा सजना सनेहिया बिसर गईले रे -२ 

बलमा बिलमि गए जाके परदेसवा 
कबहुँ न भेजे रामा कौनो संदेसवा 
बलमा बिलमि गए जाके परदेसवा 
कबहुँ न भेजे रामा कौनो संदेसवा 
का होई देशवा कोइलिया न बोले 
ईहो पपीहा सब मर गईले रे 
मोरा सजना सनेहिया बिसर गईले रे 
[चढ़ते फगुन जियरा जर गईले रे 
मोरा सजना सनेहिया बिसर गईले रे -२ ]

धरती अगन लागी जरे आसमानवां 
रतिया जहर लागे डंक मारे दिनवा 
धरती अगन लागी जरे आसमानवां 
रतिया जहर लागे डंक मारे दिनवा 
कौने कसुरवा निठुर निर्मोहिया 
हंसुआ आँचरवा में भर गईले रे 
मोरा सजना सनेहिया बिसर गईले रे 
[चढ़ते फगुन जियरा जर गईले रे 
मोरा सजना सनेहिया बिसर गईले रे -२ ]

हँसि हँसि पनवा खियवले बेइमनवा


हँसि हँसि पनवा खियवले बेइमनवा, कि अपना बसे रे परदेस!
कोरी रे चुनरिया में दगिया लगाइ गइले, मारी रे करेजवा में तीर!!
हे ऽ ऽ ऽ ऽ दोहाई हऽ दोहाई हऽ

कजरी नजरिया से खेलइ रे बदरिया, कि बरसइ रकतवा के नीर!
दरदी के मारे छाइ जरदी चनरमा पे, गरदी मिली रे तकदीर!!
तकदीर दोहाई हऽ दोहाई हऽ

चढ़ते फगुनवा सगुनवा मनावइ गोरी, चइता करे रे उपवास!
गरमी बेसरमी ना बेनिया डोलाये माने, डारे सँइया गरवा में फाँस!!

हो हँसि हँसि पनवा खियवले बेइमनवा, कि अपना बसे रे परदेस!
कोरी रे चुनरिया में दगिया लगाइ गइले, मारी रे करेजवा में तीर!!

अब लौं नसानी, अब न नसैहों।

अब लौं नसानी, अब न नसैहों। रामकृपा भव-निसा सिरानी जागे फिर न डसैहौं॥ पायो नाम चारु चिंतामनि उर करतें न खसैहौं। स्याम रूप सुचि रुचिर कस...